Lata Mangeshkar - Dil Ko Lakh Sambhala Ji

आ आ आ आ आ आ आ आ आ
दिल को लाख सम्भाला जी फिर भी दिल मतवाला जी
कल तक मेरा था आज क्यों तेरा हो गया
दिल को लाख सम्भाला जी फिर भी दिल मतवाला जी
कल तक मेरा था आज क्यों तेरा हो गया

पहली मुलाकात में हमने ना जाना
पहली मुलाकात में हमने ना जाना
छोटी सी यह बात बनेगी अफ़साना
पर तेरे प्यार में पहली ही वार में
मेरा ये भोला सा दिल खो गया
दिल को लाख सम्भाला जी
फिर भी दिल मतवाला जी
कल तक मेरा था आज क्यों तेरा हो गया

चोर करे चोरी जी नज़रे बचाके
चोर करे चोरी जी नज़रे बचाके
तूने मुझे लूटा है नज़रे मिलाके
मुझको ना होश था दिल मदहोश था
ना जाने कैसे ये जादू हो गया
दिल को लाख सम्भाला जी
फिर भी दिल मतवाला जी
कल तक मेरा था आज क्यों तेरा हो गया

छोड़ो मेरा हाथ बुरा है ये जमाना
छोड़ो मेरा हाथ बुरा है ये जमाना
कही हमें देख ना ले कोई बेगाना
देखो जी प्यार का टेढ़ा है रास्ता
दो दिल मिले बैरी जग हो गया
दिल को लाख सम्भाला जी
फिर भी दिल मतवाला जी
कल तक मेरा था आज क्यों तेरा हो गया

Written by:
Chitragupta, Prem Dhawan

Publisher:
Lyrics © Royalty Network

Lyrics powered by Lyric Find

Lata Mangeshkar

Lata Mangeshkar

View Profile