Talat Mahmood - Gulshan Mein Leke Chal
गुलशन में लेके चल
किसी शहरा में लेके चल
गुलशन में लेके चल
किसी सहरा में लेके चल
ए दिल मगर सुकून की
दुनियां में लेके चल
गुलशन में लेके चल
किसी सहरा में लेके चल
ए दिल मगर सुकून की
दुनियां में लेके चल
गुलशन में लेके चल
कोई तो होगा जिसको
मेरा इंतज़ार है
कोई तो होगा जिसको
मेरा इंतज़ार है
मेरा इंतज़ार है
जी टूटता है शहरे
तमन्ना में लेके चल
ए दिल मगर सुकून की
दुनियां में लेके चल
गुलशन में लेके चल
ये प्यास बुझ ना पाई
तो मैं डूब जाऊँगा
ये प्यास बुझ ना पाई
तो मैं डूब जाऊँगा
तो मैं डूब जाऊँगा
साहिल से दूर तू मुझे
दरिया में लेके चल
ए दिल मगर सुकून की
दुनियां में लेके चल
गुलशन में लेके चल
हर शहर में मिली हैं
हमें बेवफाईयाँ
हर शहर में मिली हैं
हमें बेवफाईयाँ
हमें बेवफ़ाइयाँ
चल अब किसी भी वादिये
तनहा में लेके चल
ए दिल मगर सुकून की
दुनियां में लेके चल
गुलशन में लेके चल
किसी सहरा में लेके चल
ए दिल मगर सुकून की
दुनियां में लेके चल
गुलशन में लेके चल
Written by:
Ashk Ibrahim, Raghuntah Seth
Publisher:
Lyrics © Royalty Network
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