Asha Bhosle and Udit Narayan - Pighalta Hua Ye Sama
पिघलता हुआ ये समा
हवाओ मे ये नर्मिया
पिघलता हुआ ये समा
हवाओ मे ये नर्मिया
फिजाओ मे घुलता नशा
ये हम आ गये है कहा
है जैसे धुला आस्मा
है फुलो भरी वादिया
है जैसे धुला आस्मा
है फुलो भरी वादिया
नदी गुनगुनाती हुई
ये हम आ गये है कहा
है फुलो ही, के किस्म की
महक ये तेरे जिस्म की
आवारा और मस्त हवा
इसमे है अंदाज़ तेरा
ये नदिया की लहरे है
या तेरा रेशमी आचल
जैसे लहराता है लहराता है
लहराता है
है जैसे धुला आस्मा
है फुलो भरी वादिया
नदी गुनगुनाती हुई
ये हम आ गये है कहा
किसको ये पूछे कोई
किसको ये पूछे कोई
तितलिया इतनी है चंचल क्यू
हा भवरे है हर पल बेकल क्यू
हे तितलिया इतनी है चंचल क्यू
भवरे है हर पल बेकल क्यू
तुमको पता हो तुम ही कहो
तेरे मेरे जैसा प्यार इनको भी है
इनको भी है
प्यार इनको भी है
प्यार इनको भी है
प्यार इनको भी है
पिघलता हुए ये समा(पिघलता हुए ये समा)
हवाओ मे ये नर्मिया
फिजाओ मे घुलता नशा
ये हम आ गये है कहा
Written by:
JAVED AKHTAR, BHUPEN HAZARIKA
Publisher:
Lyrics © Sony/ATV Music Publishing LLC
Lyrics powered by Lyric Find