Lata Mangeshkar and सी रामचंद्र - O Gori O Chhori
ओ गोरी ओ छ्होरी कहाँ चली हो कहाँ चली हो
मैं हूँ चली अपने साजन की गली हो
साजन की गली हो
ओ गोरी ओ छ्होरी कहाँ चली हो कहाँ चली हो
मैं हूँ चली अपने साजन की गली हो
साजन की गली हो
छम छम बाजे तोरी पाँव की पायलिया
छम छम बाजे तोरी पाँव की पायलिया
पको की ओट शरमाई हुई अँखियाँ
धड़के है छातियाँ
कौन अलबेले की भाग जगी हो खूब सजी हो
मैं हूँ चली अपने साजन की गली हो
साजन की गली हो
ओ गोरी ओ छ्होरी
कहाँ चली हो
कहाँ चली हो
मैं हूँ चली अपने
साजन की गली हो
साजन की गली हो
दिल की खुशी गोरी
हमसे छुपाओ ना
दिल की खुशी गोरी
हमसे छुपाओ ना
अपने दिल की बात ज़रा
हमे भी बताओ ना
अपने दिल की बात ज़रा
हमे भी बताओ ना
हटो जी सताओ ना
हटो जी सताओ ना
साजन के दिल की
मैं दुनिया बसाऊंगी
उनकी बनूँगी उन्हे
अपना बनाऊँगी
उनपे दिल लुटाऊँगी
दो दिलो के मिलने को
रात भली हो
रात भली हो
मैं हूँ चली अपने
साजन की गली हो
साजन की गली हो
ओ गोरी ओ छ्होरी
कहाँ चली हो
कहाँ चली हो
मैं हूँ चली अपने
साजन की गली हो
साजन की गली हो
Written by:
MOTI, C Ramchandra
Publisher:
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