Mohammed Aziz and Sadhana Sargam - Tujhe Rab Ne Banaya
हो हो हो
आ आ आ आ आ आ
आ आ आ आ
तुझे रब ने बनाया किस लिए, किस लिए
ओ तुझे रब ने बनाया किस लिए, किस लिए
तू अकेला ना रह जाए, तू अकेला ना रह जाए
इस लिए, इस लिए, इस लिए, इस लिए
तुझे रब ने बनाया किस लिए, किस लिए
मंदिर-मंदिर मस्जिद-मस्जिद, दिल ये दुआ माँगे
मंदिर-मंदिर मस्जिद-मस्जिद, दिल ये दुआ माँगे हो
दिल क्या दुआ माँगे, हमराही दिल क्या दुआ माँगे
टूटे ना सांसो का बंधन, हो ना हम जुदा
हमे उसने मिलाया किस लिए, किस लिए
हमे उसने मिलाया किस लिए, किस लिए
कभी बिछड़े ना हम दोनो, कभी बिछड़े ना हम दोनो
इस लिए, इस लिए, इस लिए, इस लिए
छोड़ के तुझको बीच सफ़र में, मैं जो बिछड़ जाऊ
छोड़ के तुझको बीच सफ़र में, मैं जो बिछड़ जाऊ
आग लगा दू इस दुनिया को, जलके मैं मर जाऊ
याद करेगी दुनिया हमदम, अपने प्यार को
मैं धरती पे आया किस लिए, किस लिए
मैं धरती पे आया किस लिए, किस लिए
मे घुट के ना मर जाऊ, मैं घुट के ना मर जाऊ
इस लिए, इस लिए, इस लिए, इस लिए
ओ तुझे रब ने बनाया किस लिए, किस लिए
तू अकेला ना रह जाए
इस लिए, इस लिए, इस लिए, इस लिए
Written by:
SAMEER, ANAND SHRIVASTAV, MILIND SHRIVASTAV
Publisher:
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