Jagjit Singh - Badal Ki Tarah Jhoom Ke
बादल की तरह झूम के लहरा के पियेंगे
बादल की तरह झूम के लहरा के पियेंगे
साकी तेरे मैखाने पे हम छाके पियेंगे
बादल की तरह झूम के लहरा के पियेंगे
उन मदभरी आँखों को भी शरमा के पियेंगे
उन मदभरी आँखों को भी शरमा के पियेंगे
पैमाने को पैमाने से टकराके पियेंगे
साकी तेरे मैखाने पे हम छाके पियेंगे
बादल की तरह झूम के लहरा के पियेंगे
बादल भी हैं, बाद़ा भी हैं, मीना भी हैं तुम भी
बादल भी हैं, बादा भी हैं, मीना भी हैं तुम भी
बादल भी हैं, बाद़ा भी हैं, मीना भी हैं तुम भी
इतराने का मौसम हैं इतराके पियेंगे
साकी तेरे मैखाने पे हम छाके पियेंगे
बादल की तरह झूम के लहरा के पियेंगे
देखेंगे के आता हैं किधर से गमें दुनिया
देखेंगे के आता हैं किधर से गमें दुनिया
देखेंगे के आता हैं किधर से गमें दुनिया
साकी तुझे हम सामने बिठलाके पियेंगे
साकी तेरे मैखाने पे हम छाके पियेंगे
बादल की तरह झूम के लहरा के पियेंगे
Written by:
NAZIR BANARASI, JAGJIT SINGH
Publisher:
Lyrics © Universal Music Publishing Group
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