Lata Mangeshkar, Mahendra Kapoor and Shailendra Singh - Sham Suhani Aai
आ आ आ आ
आ आ आ आ
शाम सुहानी आयी
खुसिया बनके पहली बार
शाम सुहानी आयी
खुसिया बनके पहली बार
आज कई बरसो में
पायल चनके पहली बार
हुई अधूरी आशा पूरी
टूटी दुर की दुरी
टूटी दुर की दुरी
लेकर ठुमका नाचू
आज मैं तन के पहली बार
लेकर ठुमका नाचू
आज मैं तन के पहली बार
पहली बार
शाम सुहानी आयी
खुशियां बनके पहली बार
आज कई बरसो में
पायल चनके पहली बार
हुई अधूरी आशा पूरी
टूटी दुर की दुरी
टूटी दुर की दुरी
लेकर ठुमका नाचू
आज मैं तन के पहली बार
शाम सुहानी आयी
खुसिया बनके पहली बार
देखो कैसे ख़ुशी के
रंग छाए दुपट्टा उड़ जाये
पतंग बन के उमंग बन के
देखो कैसे ख़ुशी के
रंग छाए दुपट्टा उड़ जाये
पतंग बन के उमंग बन के
में तो अम्बर की बाहों में
झुलु सितारों को छुलु
किरण बन के पतंग बन के
आज मेरी सिने में धड़कन
मिथि करे पुकार
मिथि करे पुकार
पहली बार
मेरे दिल में आज
मेरा बन के पहली बार
मेरे दिल में आज
मेरा बन के पहली बार
शाम सुहानी आयी
खुसिया बनके पहली बार
खता जा पीता जा भर पैमाना तू हे हे
खता जा पीता जा भर पैमाना तू हो हो
अपना रंग जमता जा हो दीवाना तू हे हे
मस्ती में लहराता जा बन मस्ताना तू
अपने आज बनाता जा ये जमाना तू
मेरे जीवन के गुलसन में
आयी नयी बहार
आयी नयी बहार
पहली बार
एक फौजी का बेटा
चला है तन के पहली बार
एक फौजी का बेटा
चला है तन के पहली बार
शाम सुहानी आयी
खुसिया बनके पहली बार
आज कई बरसो में
पायल चनके पहली बार
Written by:
Laxmikant Pyarelal, Varma Malik
Publisher:
Lyrics © Royalty Network
Lyrics powered by Lyric Find