Rekha Bhardwaj - Mora Jiya
आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ
मोरा जिया लागे ना हाँ लागे ना तोरे बिन हो
मोरा जिया लागे ना हय लागे ना तोरे बिन
झूठी झूठी तेरी बात
जैसे पतझड़ की पात टूटी
फिर गई सब खोगया
बुझी बाति दीया रात
खोई खोई हर आस
जागी प्रीत मोरी जग सो गया
मोरा जिया लागे ना हाँ, लागे ना तोरे बिन हो
मोरा जिया लागे ना, लागे ना तोरे बिन
सुना सुना सा मान मोरा
आँसुवान धूल के काग़ज़ कोरा
हाँ आ आ आ आ आ
सुना सुना सा मान मोरा
आँसुवान धूल के काग़ज़ कोरा
साहिल को ढूंडूँ मैं बनी मझधार
दर्द के सागर का कोई ना पार
झूठी झूठी तेरी बात
जैसे पतझड़ की पात टूटी
फिर गई सब खोगया
बुझी बाति दीया रात
खोई खोई हर आस
जागी प्रीत मोरी जग सो गया
मोरा जिया लागे ना, लागे ना तोरे बिन
मोरा जिया लागे ना, लागे ना तोरे बिन
धुँधला धुँधला सा चाँद लगे
रतियाँ बिरहन की मांद लगे
रतियाँ कारी रतियाँ
धुँधला धुँधला सा चाँद लगे
रतियाँ बिरहन की मांद लगे
दे दो सकूँ कोई थोड़ा उधार
डूबा रे डूबा दिल का व्योपार
झूठी झूठी तेरी बात
जैसे पतझड़ की पात टूटी
फिर गई सब खोगया
बुझी बाति दीया रात
खोई खोई हर आस
जागी प्रीत मोरी जग सो गया
Written by:
Swanand Kirkire
Publisher:
Lyrics © TUNECORE INC
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