Pankaj Udhas - Aaiye Barishon Ka
साफ़ कब इंतेहाँ लेते हैं
वो तो दम दे के जान लेते हैं
ज़िद हर एक बात में नही अच्छी
दोस्त की दोस्त मान लेते हैं
आइए बारीशों का मौसम हैं
आइए बारीशों का मौसम हैं
इन दीनो चाहतो का मौसम हैं
आइए बारीशों का मौसम हैं
इन दीनो चाहतो का मौसम हैं
आइए बारीशों का मौसम हैं
क्यु लगाते हो प्यार पर पहरे
प्यार पर पहरे
क्यु लगाते हो प्यार पर पहेरे
प्यार पर पहेरे
ऊम्र हैं ख्वाहिशों का मौसम हैं
ऊम्र हैं ख्वाहिशो का मौसम हैं
आइए बारीशों का मौसम हैं
वक़्त बे वक़्त घर से मत निकलो
घर से मत निकलो
वक़्त बे वक़्त घर से मत निकलो
घर से मत निकलो
हर गली आशिक़ों का मौसम हैं
हर गली आशिक़ों का मौसम हैं
आइए बारीशों का मौसम हैं
आज कुछ माँग लो नसीम उनसे, नसीम उनसे
आज कुछ माँग लो नसीम उनसे, नसीम उनसे
आज फ़रमाइशों का मौसम हैं
आज फ़रमाइशों का मौसम हैं
आइए बारीशों का मौसम हैं
इन दीनो चाहतो का मौसम हैं
आइए बारीशों का मौसम हैं
Written by:
NASEEM AJMERI, PANKAJ UDHAS
Publisher:
Lyrics © Universal Music Publishing Group
Lyrics powered by Lyric Find