साधना सरगम and Udit Narayan - Subah Se Lekar [Jhankar]
आ आ आ
आ आ आ
आ आ आ आ आ आ
हो सुबह से लेकर शाम तक शाम से लेकर रात तक
सुबह से लेकर शाम तक शाम से लेकर रात तक
रात से लेकर सुबह तक सुबह से फिर शाम तक
मुझे प्यार करो हो मुझे प्यार करो
हो मुझे प्यार करो मुझे प्यार करो
ओ शहर से लेकर गाव तक धूप से लेकर छाव तक
शहर से लेकर गाव तक धूप से लेकर छाव तक
सर से लेकर पावं तक दिल की सभी वफ़ाओं तक
मुझे प्यार करो हो मुझे प्यार करो
हो मुझे प्यार करो मुझे प्यार करो
हो और पिया कुछ भी करलो लेकिन रखना याद
और पिया कुछ भी करलो लेकिन रखना याद
कुछ शादी से पहले कुछ शादी के बाद
प्यार में अब इतनी शर्तें कौन रखेगा यार
क्या शादी से पहले क्या शादी के बाद (आ आ)
हो पास से लेकर दूर तक दूर से लेकर पास तक
इन होठो के प्यास तक धरती से आकाश तक
मुझे प्यार करो हो मुझे प्यार करो
होओ मुझे प्यार करो मुझे प्यार करो
आ आ आ आ आ आ
हो ऐसे कैसे हो सकता है पुरा पुरा प्यार
ऐसे कैसे हो सकता है पुरा पुरा प्यार
या खुल के इकरार करो तुम या खुल के इनकार
हो मेरे गले में डाल के बाहें कर लो बाते चार
इससे आगे करना पड़ेगा तुमको इंतेज़ार
हो सागर के इस आर से सागर के उस पार तक
नज़रों की दीवार तक प्यार से लेकर प्यार तक
मुझे प्यार करो हू मुझे प्यार करो
हो मुझे प्यार करो मुझे प्यार करो
हो सुबह से लेकर शाम तक शाम से लेकर रात तक
रात से लेकर सुअभ तक सुबह से फिर शाम तक
मुझे प्यार करो हो मुझे प्यार करो
हो मुझे प्यार करो मुझे प्यार करो (हो मुझे प्यार करो मुझे प्यार करो)
आ आ आ आ
Written by:
ANAND BAKSHI, VIJAY KALYANJI SHAH
Publisher:
Lyrics © Royalty Network
Lyrics powered by Lyric Find