Vinod Sehgal - Yeh Jo Qaul - O - Qaraar Hai

ये जो क़ौल-ओ-क़रार है क्या है
ये जो क़ौल-ओ-क़रार है क्या है
शक़ है या ऐतबार है क्या है

ये जो उठता है दिल में रह रह कर
ये जो उठता है दिल में रह रह कर
अब्र है या ग़ुबार है क्या है
अब्र है या ग़ुबार है क्या है

ज़ेर-ए-लब इक झलक तबस्सुम की
ज़ेर-ए-लब इक झलक तबस्सुम की
बर्क़ है या शरार है क्या है
बर्क़ है या शरार है क्या है

कोई दिल का मक़ाम समझाओ
कोई दिल का मक़ाम समझाओ
घर है या रहगुज़ार है क्या है
घर है या रहगुज़ार है क्या है

ना खुला ये के सामना तेरा
ना खुला ये के सामना तेरा
दीद है इंतज़ार है क्या है
दीद है इंतज़ार है क्या है
ये जो क़ौल-ओ-क़रार है क्या है
शक़ है या ऐतबार है क्या है
ये जो क़ौल-ओ-क़रार है क्या है

Written by:
Firao Gorakhpuri, Jagjit Singh

Publisher:
Lyrics © Royalty Network

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Vinod Sehgal

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