Sonu Nigam and Jaspinder Narula - Ishq Na Mange
आ आ आ आ आ (आ आ आ आ आ)
आ आ आ आ आ (आ आ आ आ आ)
चाँद की रोशनी में भला
कैसे खंजर उतार दे कोई
प्यार ख़ुश्बू का एक झोका हैं
प्यार को कैसे मार दे कोई
जो ज़िद प्यार पे करे या रब
वो हमेशा यहा शर्मिंदा रहे
सारी दुनिया फन्ना हो जाए मगर
प्यार ज़िंदा था प्यार ज़िंदा रहें
इश्क़ ना माँगे जीत इश्क़ ना माँगे हार
इश्क़ ना माँगे जीत इश्क़ ना माँगे हार
इश्क़ ना माँगे जीत इश्क़ ना माँगे हार
इश्क़ तो माँगे हैं बस इश्क़ तो माँगे हैं बस
इक दिलबर का प्यार
इश्क़ ना माँगे जीत इश्क़ ना माँगे हार
इश्क़ ना माँगे जीत इश्क़ ना माँगे हार
इश्क़ तो माँगे हैं बस इश्क़ तो माँगे हैं बस
इक दिलबर का प्यार
इश्क़ ना माँगे जीत इश्क़ ना माँगे हार
इश्क़ ना माँगे जीत इश्क़ ना माँगे हार (इश्क़ ना माँगे जीत इश्क़ ना माँगे हार)
उँचे महलो की ना ख़्वाहिश
ना तो शोहरत का नशा
प्यार की ठोकरो में सारे
जहाँ की दौलत
सोने चाँदी की खनक इश्क़ लुबाहये ना कभी
अपने महबूब की दामन की हैं इसको चाहत
इश्क़ ना माँगे जीत इश्क़ ना माँगे हार
इश्क़ ना माँगे जीत इश्क़ ना माँगे हार
इश्क़ तो माँगे हैं बस इश्क़ तो माँगे हैं बस
इक दिलबर का प्यार
इश्क़ ना माँगे जीत इश्क़ ना माँगे हार
इश्क़ ना माँगे जीत इश्क़ ना माँगे हार
श्याम ढलते ही अपने कुचे में हम
चरागों को बुझा देते हैं
अपनी आँखो की रोशनी के लिए
हम शम्मा दिल की जला लेते हैं
इश्क़ ना माँगे जीत इश्क़ ना माँगे हार
इश्क़ ना माँगे जीत इश्क़ ना माँगे हार
इश्क़ तो माँगे हैं बस इश्क़ तो माँगे हैं बस
इक दिलबर का प्यार
इश्क़ ना माँगे जीत इश्क़ ना माँगे हार
इश्क़ ना माँगे जीत इश्क़ ना माँगे हार
इश्क़ ना माँगे जीत इश्क़ ना माँगे हार
इश्क़ ना माँगे जीत इश्क़ ना माँगे हार
इश्क़ ना माँगे जीत इश्क़ ना माँगे हार
इश्क़ ना माँगे जीत इश्क़ ना माँगे हार (इश्क़ ना माँगे जीत इश्क़ ना माँगे हार)
Written by:
SAMEER, NADEEM SAIFI, RATHOD SHRAWAN
Publisher:
Lyrics © Royalty Network
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