Shreya Ghoshal and Sunidhi Chauhan - Koyi Patthar Se Na Maare

लैला की साँस की डोर बँधा वो दीवाना वो मजनू है
वो होश नही बेहोश बावरा नही जनता वो क्यों है
बेहोश उसे रहने दो की होश में वो आएगा
तो नींद में उसकी लैला का वो ख्वाब टूट जाएगा
वो ख्वाब टूट जाएगा वो ख्वाब टूट जाएगा
कोई पत्थर से ना मारे
कोई पत्थरर से ना मारे
मेरे दीवाने को दीवाने को
कोई पत्थर से ना मारे
कोई पत्थर से ना मारे
मेरे दीवाने को दीवाने को
सो ही लेने दो उसका दर्द यही है दवा यही है
सो ही लेने दो उसका दिन यही है जहाँ यही है
सो ही लेने दो की वो जाग पड़ा तो दर जाए ना
फिर बिलक जाएगा की फेलू में लैला नही है
मौत भी घबराएगी हो हो
मौत भी घबराएगी पास में आने को
कोई पत्थर से ना मारे
कोई पत्थर से ना मारे
मेरे दीवाने को दीवाने को

सुमबाया सुमबाया सुमबाया सुमबाया
सुमबाया सुमबाया

रखना संझल के यह पत्थर कल को वो दिन भी आएगा
जब पत्थर होंगे यह मकान इनकी भी होगी एक ज़ुबान
की दास्तान-ए-लैला मजनू
शक़स शक़स दोहराएगा
पत्थर का ढेर यह आज यह कल का ताज महल कहलायेगा

नही मिल पाएगा
नही मिल पाएगा फिर वक़्त तुम्हें पछताने को
कोई पत्थर से ना मारे
कोई पत्थर से ना मारे
मेरे दीवाने को दीवाने को
कोई पत्थर से ना मारे
कोई पत्थर से ना मारे
मेरे दीवाने को दीवाने को

Written by:
PIYUSH MISHRA

Publisher:
Lyrics © Royalty Network

Lyrics powered by Lyric Find

Shreya Ghoshal and Sunidhi Chauhan

View Profile