Sonu Nigam and Sadhana Sargam - Bahut Door Jaane
बहुत दूर जाने को दिल चाहता हैं
बहुत दूर जाने को दिल चाहता हैं
तेरे पास आने को दिल चाहता हैं
बहुत दूर जाने को दिल चाहता हैं
बहुत दूर जाने को दिल चाहता हैं
तेरे पास आने को दिल चाहता हैं
बहुत दूर जाने को दिल चाहता हैं
मोहब्बत की ये मंजिले दिल की राहे
मोहब्बत की ये मंजिले दिल की राहे
किसी झील जैसी हैं तेरी निगाहें
बचा लो मुझे थाम लो मेरी बाहें
मेरा डूब जाने को दिल चाहता हैं
मेरा डूब जाने को दिल चाहता हैं
तेरे पास आने को दिल चाहता हैं
बहुत दूर जाने को दिल चाहता हैं
तेरे पास आने को दिल चाहता हैं
बहुत दूर जाने को दिल चाहता हैं
तू पागल है पागल बनाया हैं तूने
तू पागल है पागल बनाया हैं तूने
सताया है तूने जलाया है तूने
मगर आज ऐसे मनाया हैं तूने
के फिर रूठ जाने को दिल चाहता हैं
के फिर रूठ जाने को दिल चाहता हैं
तेरे पास आने को दिल चाहता हैं
बहुत दूर जाने को दिल चाहता हैं
बहुत दूर जाने को दिल चाहता हैं
तेरे पास आने को दिल चाहता हैं
बहुत दूर जाने को दिल चाहता हैं
तेरे पास आने को दिल चाहता हैं
हम्म हम्म हम्म हम्म हम्म हम्म हम्म
हम्म हम्म हम्म हम्म हम्म हम्म हम्म
हम्म हम्म हम्म हम्म हम्म हम्म हम्म
Written by:
Anand Bakshi
Publisher:
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