ईला अरुण and Alka Yagnik - Bin Barsaat Ke
हद्दीपा तुंतारा, सखी भर हुंकारा (तुन तुन हु हु)
हद्दीपा तुंतारा, सखी भर हुंकारा (तुन तुन हु हु)
छुपा मत राज़ तू बतला दे ओ कूदिया हे
सहेली है तेरी शरमाना क्या हमसे
छुपा मत राज़ तू बतला दे ओ कूदिया
सहेली है तेरी शरमाना क्या हमसे (हाय)
अंधेरी रात मे दिल धक धक करता रे
बिना बरसात के कल पानी बरसा रे
अंधेरी रात मे दिल धक धक करता रे
बिना बरसात के कल पानी बरसा रे
हद्दीपा तुंतारा, सखी भर हुंकारा (तुन तुन हु हु)
हद्दीपा तुंतारा, सखी भर हुंकारा (तुन तुन हु हु)
बताए गोरिये कैसे दिल धड़का रे हाय
बिना बरसात कैसे पानी बरसा रे हा
मौसम था प्यारा प्यारा कल मिला मेरा दिलदारा
में देख रही थी उसको, वो देख रहा था मुझको
तोड़ा सा में भी सर्की, तोड़ा सा वो भी सरका
उसने मेरा बाजू पकड़ा, दिल मेरा धक धक धड़का
ऐसे हुई चुलभुल मर गयी बुलबुल
डर था जिसका वही बात हो गयी
हो प्यासे मिल गये
ओ प्यासे मिल गये तो बरसात हो गयी
हद्दीपा तुंतारा, सखी भर हुंकारा (तुन तुन हु हु)
हद्दीपा तुंतारा, सखी भर हुंकारा (तुन तुन हु हु)
ये जोबन किस तरह सलोना बन गया हा
बता कैसे तेरा तन सोना बन गया हाय
शबनम के संग था शोला, में बोली ना वो बोला
जब रंग भर लाई जवानी, पायल छनकी मरजानी
मन ही मन लड्डू फूटे, तन मे अनार से छूटे
में समझी जिसे अनाड़ी, वो निकला बड़ा खिलाड़ी
ऐसे हुई चुलभुल मर गयी बुलबुल हाय
में उसकी बाह मे खिलोना बन गयी
पिया ने छू लिया
पिया ने छू लिया में सोना बन गयी
हद्दीपा तुंतारा, सखी भर हुंकारा (तुन तुन हु हु)
हद्दीपा तुंतारा, सखी भर हुंकारा (तुन तुन हु हु)
ओ ओ ओ ओ
बता तू कैसे यू गुलला हो गयी हाय
रात भर मे ही मालामाल हो गयी हे
हाए रब्बा अब क्या बोलू, कैसे वो राज़ में खोलू
ये अंग पिया के लगना, मुझे पड़ गया मेहेंगा बहना
वो करने लगा मनमानी, हाए मेरी एक ना मानी
फिर नशा कुछ ऐसा छाया, हाए बड़ा मज़ा मुझे आया
ऐसे हुई चुलभुल मर गयी बुलबुल
गुदगूदाया तो गुलाल हो गयी
प्यार पाया तो
प्यार पाया तो मालामाल हो गयी
हद्दीपा तुंतारा, सखी भर हुंकारा (तुन तुन हु हु)
हद्दीपा तुंतारा, सखी भर हुंकारा (तुन तुन हु हु)
हद्दीपा तुंतारा, सखी भर हुंकारा (तुन तुन हु हु)
हद्दीपा तुंतारा, सखी भर हुंकारा (तुन तुन हु हु)
Written by:
BAPPI LAHIRI, MAYA GOVIND
Publisher:
Lyrics © Royalty Network
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