Anuradha Paudwal and Mohammed Aziz - Duniya Mein Kitna Gham Hai [Duet]

हम्म दुनिया मे कितना गम है मेरा गम कितना कम है
दुनिया मे कितना गम है मेरा गम कितना कम है
लोगों का गम देखा तो मैं अपना गम भूल गई

दुनिया मे कितना गम है मेरा गम कितना कम है
लोगों का गम देखा तो मैं अपना गम भूल गया
दुनिया मे कितना गम है मेरा गम कितना कम है

कोई एक हज़ारों मे शायद ही खुश होता है
कोई किसी को रोता है,कोई किसी को रोता है
कोई किसी को रोता है,कोई किसी को रोता है
हम्म घर घर मे ये मातम है मेरा गम कितना कम है

दुनिया मे कितना गम है मेरा गम कितना कम है

इसका है रंग रूप यही इसको जीवन केहते है
कभी हसी आ जाती है कभी ये आंसु बेहते है
कभी हसी आ जाती है कभी ये आंसु बेहते है
दुख सुख का ये संगम है, मेरा गम कितना कम है

दुनिया मे कितना गम है मेरा गम कितना कम है
लोगों का गम देखा तो मैं अपना गम भूल गया

दुनिया मे कितना गम है मेरा गम कितना कम है (दुनिया मे कितना गम है मेरा गम कितना कम है)

Written by:
Laxmikant Pyarelal, ANANDSHI BAKSHI, ANAND BAKSHI, KUDALKAR LAXMIKANT, PYARELAL RAMPRASAD SHARMA

Publisher:
Lyrics © Royalty Network

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Anuradha Paudwal and Mohammed Aziz

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