Asha Bhosle and Shailendra Singh - Jaipur Se Nikli Gaadi
हे जयपुर से निकली गाड़ी दिल्ली चले हल्ले हल्ले
धी धिन तनक धिन धी धिन तनक धिन
धी धिन तनक धिन धी धिन तनक धिन
छोरी का दिल छोरे संग धक धक बोले हल्ले हल्ले
धी धिन तनक धिन धी धिन तनक धिन
धी धिन तनक धिन धी धिन तनक धिन
जयपुर से निकली गाड़ी दिल्ली चले हल्ले हल्ले
छोरी का दिल छोरे संग धक धक बोले हल्ले हल्ले
पहले होता है कुछ कुछ फिर हो जाता है सब कुछ
मैं तो रख दूँगा दिल निकाल के हो हो
जयपुर से निकली गाड़ी दिल्ली चले हल्ले हल्ले
धी धिन तनक धिन धी धिन तनक धिन
धी धिन तनक धिन धी धिन तनक धिन
छोरे का दिल छोरी संग धक धक बोले हल्ले हल्ले
धी धिन तनक धिन धी धिन तनक धिन
धी धिन तनक धिन धी धिन तनक धिन
जयपुर से निकली गाड़ी दिल्ली चले हल्ले हल्ले
छोरे का दिल छोरी संग धक धक बोले हल्ले हल्ले
पहले होता है कुछ कुछ फिर हो जाता है सब कुछ
सैया जी फिर भी देखभालके हो
जयपुर से निकली गाड़ी दिल्ली चले हल्ले हल्ले
छोरी का दिल छोरे संग धक धक बोले हल्ले हल्ले
ओये जब मेरी उलफत की पटरी मिल गयी तेरे दिल से
अरमानो की गाड़ी फिर दौड़ाए दोनो मिलके
होये जब से धुन तुझसे मिलने की दिल मे मेरे समाई
मैने भी अब जो हो सो हो झंडी हरी दिखाई
ये तेरी मर्ज़ी है तो फिर ये तेरी मर्ज़ी है तो फिर
देख मैं क्या क्या करता हू रे हल्ले हल्ले
हल्ले हल्ले
जयपुर से निकली गाड़ी दिल्ली चले हल्ले हल्ले
छोरे का दिल छोरी संग धक धक बोले हल्ले हल्ले
ओये क्या चाहू सौ सौ बलखाए कबसे करू इशारा
जान सके तो जान ले मैं ना करने की दोबारा
ये कहना है तो फिर अब मुझको भी है आज़ादी
तेरे संग खेलु उलफत की चाहे जितनी बाजी
खेल जा मेरे अंग लिपट के हाए खेल जा मेरे अंग लिपट के
दूर से काहे अंखिया मारे हल्ले हल्ले
हल्ले हल्ले
जयपुर से निकली गाड़ी दिल्ली चले हल्ले हल्ले
धी धिन तनक धिन धी धिन तनक धिन
धी धिन तनक धिन धी धिन तनक धिन
छोरी का दिल छोरे के संग धक धक बोले हल्ले हल्ले
धी धिन तनाक दिन धी धिन तनाक दिन
धी धिन तनाक दिन धी धिन तनाक दिन
जयपुर से निकली गाड़ी दिल्ली चले हल्ले हल्ले
छोरी का दिल छोरे संग धक धक बोले हल्ले हल्ले
पहले होता है कुछ कुछ
फिर हो जाता है सब कुछ
मैं तो रख दूँगी दिल निकाल के हो हो (मैं तो रख दूँगा दिल निकाल के हो हो)
जयपुर से निकली गाड़ी दिल्ली चले हल्ले हल्ले (जयपुर से निकली गाड़ी दिल्ली चले हल्ले हल्ले)
जयपुर से निकली गाड़ी दिल्ली चले हल्ले हल्ले (जयपुर से निकली गाड़ी दिल्ली चले हल्ले हल्ले)
जयपुर से निकली गाड़ी दिल्ली चले हल्ले हल्ले (जयपुर से निकली गाड़ी दिल्ली चले हल्ले हल्ले)
Written by:
Majrooh Sultanpuri, R D Burman
Publisher:
Lyrics © Royalty Network
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