Lata Mangeshkar - Ab Raat Guzarne Wali Hai

आजाओ तड़पते हैं अरमाँ
आजाओ तड़पते हैं अरमाँ
अब रात गुज़रने वाली है
अब रात गुज़रने वाली है
मैं रोऊँ यहाँ तुम चुप हो वहाँ
अब रात गुज़रने वाली है
अब रात गुज़रने वाली है

ओ ओ चाँद की रंगत उड़ने लगी
लो तारों के दिल अब डूब गए
डूब गए
है दर्द भरा बेचैन समां
अब रात गुज़रने वाली है
अब रात गुज़रने वाली है

इक चाँद के डोले में आयी नज़र
इक चाँद के डोले में आयी नज़र
ये रात की दुल्हन चल दी किधर
चल दी किधर
आवाज़ तो दो खोये हो कहाँ
अब रात गुज़रने वाली है
अब रात गुज़रने वाली है

घबरा के नज़र भी हार गयी
घबरा के नज़र भी हार गयी
तक़दीर को भी नींद आने लगी
नींद आने लगी
तुम आते नहीं, मैं जाऊँ कहाँ
अब रात गुज़रने वाली है
अब रात गुज़रने वाली है
अब रात गुज़रने वाली है
अब रात गुज़रने वाली है
अब रात गुज़रने वाली है

Written by:
JAIKSHAN SHANKAR, JAIPURI HASRAT

Publisher:
Lyrics © Royalty Network

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Lata Mangeshkar

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