Talat Mahmood and Lata Mangeshkar - Seene Mein Sulag Te Hain Arman [Revival]

सीने में सुलगते हैं अरमां
आँखों में उदासी छायी है
ये आज तेरी दुनिया से
हमें तक़दीर कहाँ ले आयी है
सीने में सुलगते हैं अरमां

कुछ आँख में आँसू बाकी हैं
जो मेरे ग़म के साथी हैं
जो मेरे ग़म के साथी हैं
अब दिल हैं ना दिल के अरमान हैं
अब दिल हैं ना दिल के अरमान हैं
बस मैं हूँ मेरी तन्हाई है
सीने में सुलगते हैं अरमां

ना तुझसे गिला कोई हमको
ना कोई शिकायत दुनिया से
दो चार कदम जब मंज़िल थी
दो चार कदम जब मंज़िल थी
किस्मत ने ठोकर खायी है
सीने में सुलगते हैं अरमां

कुछ ऐसी आग लगी मन में
जीने भी ना दे मरने भी ना दे
चुप हूँ तो कलेजा जलता है
चुप हूँ तो कलेजा जलता है
बोलूँ तो तेरी रुसवाई है
सीने में सुलगते हैं अरमां (सीने में सुलगते हैं अरमां)

Written by:
ANIL BISWAS, PREM DHAWAN

Publisher:
Lyrics © Royalty Network

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Talat Mahmood and Lata Mangeshkar

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