Ravindra Jain and Hemlata - Yug Yug Ke Saathi Hain Dono
युग युग के साथी हैं दोनो
प्रथम मिलन जैसा अभिनय है
यह अद्भुत लीला है जैसी चिरपरिचित से फिर परिचय है
यह अद्भुत लीला है कैसी चिरपरिचित से फिर परिचय है
वेद पुराण का सार है राधे
सृस्टि का आधार है राधे
नवल कृष्णा राधिका नवेली
नूतन लोक मे नया प्रणय है
यह अद्भुत लीला है कैसी चिरपरिचित से फिर परिचय है
Written by:
M.G. Sreekumar
Publisher:
Lyrics © Divo TV Private Limited, Sony/ATV Music Publishing LLC
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