Lata Mangeshkar and Mohammed Rafi - Rim Jhim Ke Geet
रिम झिम के गीत सावन गाए गाए
भीगी भीगी रातों में
रिम झिम के गीत सावन गाए गाए
भीगी भीगी रातों में
होठों पे बात दिलकी आए आए
भीगी भीगी रातों में
ओ ओ ओ ओ ओ ओ
ओ ओ ओ ओ ओ ओ (ओ ओ ओ ओ ओ ओ)
तेरा मेरा पुछे नाता
बड़ी वो ये घटा घनघोर है
चुप हूँ ऐसे में कह दू कैसे
मेरा साजन नहीं तू कोई और है
के तेरा नाम होठों पे मेरे तेरे
सपने मेरी आँखों में
के रिम झिम के गीत सावन गाए हाए
भीगी भीगी रातों में
मेरा दिल भी है दीवाना
तेरे नैना भी है नादाँ से
कुछ न सोचा कुछ न देखा
कुछ भी पूछा न इस अजान से
चल पड़े साथ हम कैसे एसे
बनके साथी राहों में
के रिम झिम के गीत सावन गाए गाए
भीगी भीगी रातों में
बड़ी लम्बी जी की बाते
बड़ी छोटी ये बरखा की रात जी
कहना क्या है सुनना क्या है
कहने सुनने की अब क्या है बात जी
बिन कहे बिन सुने दिल ने दिल से (बिन कहे बिन सुने दिल ने दिल से)
कर ली बातें बातों में (कर ली बातें बातों में)
के रिमझिम के गीत सावन गाए हाए
भीगी भीगी रातों में
रिम झिम के गीत सावन गए हाए
भीगी भीगी रातों में
हम्म हम्म हम्म हम्म हम्म
Written by:
Laxmikant Pyarelal, ANANDSHI BAKSHI, ANAND BAKSHI, KUDALKAR LAXMIKANT, PYARELAL RAMPRASAD SHARMA
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