Lata Mangeshkar and अनवर हुसैन - Yeh Safar
ये सफ़र भी कितना सुहाना है
ये सफ़र भी कितना सुहाना है
आगे हम है पीछे ज़माना है
आगे हम है पीछे ज़माना है
साथ जब तुम हो दिल दीवाना है
साथ जब तुम हो दिल दीवाना है
इश्क़ की ठोकर मे ज़माना है
इश्क़ की ठोकर मे ज़माना है
हमसफ़र तुम हो और तुम्ही मंज़िल
हमसफ़र तुम हो और तुम्ही मंज़िल
गम किसे कितनी दूर जाना है
गम किसे कितनी दूर जाना है
साथ जब तुम हो दिल दीवाना है
इश्क़ की ठोकर मे ज़माना है
ख्वाब जो है तेरी इन आँखो मे
ख्वाब जो है तेरी इन आँखो मे
ज़िंदगी को इनसे सजाना है
ज़िंदगी को इनसे सजाना है
ये सफ़र भी कितना सुहाना है
आगे हम है पीछे ज़माना है
ये जो छोटा सा है चमन अपना
ये जो छोटा सा है चमन अपना
इसमे नन्हा सा गुल खिलाना है
इसमे नन्हा सा गुल खिलाना है
साथ जब तुम हो दिल दीवाना है (साथ जब तुम हो दिल दीवाना है)
इश्क़ की ठोकर मे ज़माना है (इश्क़ की ठोकर मे ज़माना है)
इश्क़ की ठोकर मे ज़माना है (इश्क़ की ठोकर मे ज़माना है)
Written by:
Khaiyyaam, Majrooh Sultanpuri
Publisher:
Lyrics © Royalty Network
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