दिव्या कुमार, कनिका कपूर and सुकृती काकर - Jugni Peeke Tight Hai

Everbody mood में आ जाओ
इक नशा सा चढ़ता है
ज़रा लक्क न हिला दो मेरे नाल नाल
मैनु फरक नी पड़ता है

Everbody mood में आ जाओ
इक नशा सा चढ़ता है
ज़रा लक्क न हिला दो मेरे नाल नाल
मैनु फरक नी पड़ता है
शीशे दी जवानी पे
एक सुरूर सा चढ़ता है

शीशे दी जवानी पे
एक सुरूर सा चढ़ता है
मैं तां इश्क़ द दरिया पि लूण
कुछ फरक नी पड़ता है
कुछ फर्क न पड़ता
मैं तां नशे में
रॉंग है या राइट है
हो

हो जुगनी पिके टाइट है ओह
हो जुगनी फुल टाइट है ओह
हो जुगनी पिके टाइट है ओह
हो जुगनी फुल टाइट है

जड़ों ठुमके यह मारे
सारे आशिक़ एक्साइट है
हो जुगनी पिके टाइट है ओह
हो जुगनी फुल टाइट है ओह
हो जुगनी पिके टाइट है ओह
एवरीबॉडी मूड में आ जाओ
इक नशा सा चढ़ता है
ज़रा लक्क न हिला दो मेरे नाल नाल
मैनु फरक नी पड़ता है

नशे में रहने दो
इश्क़ में बहने दो
गलत यह आदत है
गलत ही रहने दो

नशे में रहने दो
इश्क़ में बहने दो
गलत यह आदत है
गलत ही रहने दो

है जुगनी क्लब दे अन्दर
है पी गयी सात समंदर
इससे न खहॉफ किसी डा
आग है दिल दे अन्दर
कुछ फर्क नहीं पड़ता
मैं तां नशे में
जो कहूं वह right है

हो जुगनी पिके tight है ओह
हो जुगनी full tight है ओह
हो जुगनी पिके tight है ओह
हो जुगनी full tight है

जड़ों ठुमके मैं मारूं
सरे आशिक़ एक्साइट हैं
हो जुगनी पिके tight है ओह
हो जुगनी फुल tight है ओह
हो जुगनी पिके tight है ओह

मेरी दुनिया है अलग
किसी से क्या मतलब
मैं हीर हूँ रांझे दी
जानता है यह रब(ए हे हे हे हे हे )

मेरी दुनिया है अलग
किसी से क्या मतलब
मैं हीर हूँ रांझे दी
जानता है यह रब

है इश्क़ की लत ाँधी
कोई न पाबन्दी
यह जिद्द पे आये
छू ले आसमां की बुलंदी
कुछ फर्क नै पड़ता
मैं तां नशे में
जो करुण वह राइट है

हो जुगनी पिके tight है
हो जुगनी फुल tight है
हो जुगनी पिके tight है
हो जुगनी फुल tight है

जड़ों ठुमके मैं मारूं
सारे आशिक़ exicitement हैं
हो जुगनी पिके tight है
हो जुगनी फुल tight है
हो जुगनी पिके tight है
हो जुगनी फुल tight है

Written by:
Shabbir Ahmed

Publisher:
Lyrics © Raleigh Music Publishing LLC

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दिव्या कुमार, कनिका कपूर and सुकृती काकर

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