Ravindra Jain and सतीश देहरा - Vishwamitra Samay Shubh Jaani

विश्वामित्र समय सुभ जानी
बोले अति सनेहमय बानी

उठहु राम भंजहु भवचापा
मैटहु तात जनक परितापा

सुनि गुरु बचन चरन सिरु नावा
हरष बिषाद न कछु उर आवा

सहज ही चले सकल जग स्वामी
मन मंजुवर कुंजर गामी

उदित उदय गिरी-मंच पर, रघुवर-बाल पतंग
विकसे संत-सरोज सब, हरषे लोचन भृंग

Written by:
K. J. Yesudas, Mano

Publisher:
Lyrics © Divo TV Private Limited, Sony/ATV Music Publishing LLC

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Ravindra Jain and सतीश देहरा

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