Babul Supriyo - Ek Ladki Bhigi Bhagi Si

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(?) (ह्म)
इक लड़की भीगी भागी सी
सोती रातों मे जागी सी
मिली इक अजनबी से
कोई आगे न पीछे
तुम ही कहो ये कोई बात है
इक लड़की भीगी भागी सी
सोती रातों मे जागी सी
मिली इक अजनबी से
कोई आगे न पीछे
तुम ही कहो ये कोई बात है

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तन भीगा है सर गीला है
उस का कोई पेच भी ढीला है
तन भीगा है सर गीला है
उस का कोई पेच भी ढीला है
तनती झुकती चलती रुकती
निकली अंधेरी रात में
मिली इक अजनबी से
कोई आगे न पीछे
तुम ही कहो ये कोई बात है
इक लड़की भीगी भागी सी
सोती रातों मे जागी सी
मिली इक अजनबी से
कोई आगे न पीछे
तुम ही कहो ये कोई बात है

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Written by:
DJ AQEEL, MAJROOH SULTANPURI, S.D.BURMAN S.D.BURMAN

Publisher:
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Babul Supriyo

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