Suresh Wadkar and Anuradha Paudwal - Kya Tarif Karoon

क्या तारीफ करू इसकी ये कैसी है
क्या तारीफ करू इसकी ये कैसी है
जैसी तुझे चाहिए थी वैसी है
जैसी तुझे चाहिए थी वैसी है
तेरी ग्रहलक्ष्मी महालक्ष्मी जैसी है
तेरी ग्रहलक्ष्मी महालक्ष्मी जैसी है
जैसी तुझे चाहिए थी वैसी है
जैसी तुझे चाहिए थी वैसी है

बड़े ही जतन से तराशि हुई
बड़े ही जतन से तराशि हुई
अजंता की मूरत है तेरी बहू
ये मैं ही नही ये कहेंगे सभी
बहुत खूबसूरत है तेरी बहू
बहुत खूबसूरत है तेरी बहू
देख के जिसको नज़र लगे ये ऐसी है
क्या तारीफ करू इसकी ये कैसी है
जैसी तुझे चाहिए थी वैसी है
जैसी तुझे चाहिए थी वैसी है
तेरी ग्रहलक्ष्मी महालक्ष्मी जैसी है
तेरी मेरी पसंद ना ऐसी वैसी है
जैसी तुझे चाहिए थी वैसी है

आ आ आ आ आ
मिली आज मुझको जो अनमोल खुशिया
सहू किस तरह और संभालू तो कैसे
मेरी ज़िंदगी पे है अधिकार तेरा
कोई बात तेरी मैं टालू तो कैसे
कोई बात तेरी मैं टालू तो कैसे
इस दुनिया मे एक ना तेरे जैसा है
क्या तारीफ करू तेरी तू कैसा है
जैसा मेरे ख्वाब मे था वैसा है
जैसा मुझे चाहिए था वैसा है

हम एक दूसरे के दिल-ओ-जान है
हम एक दूसरे के दिल-ओ-जान है
के संग संग रहेंगे जिधर जाएँगे
ख्यालो मे ख्वाबो मे भी हम कभी
अगर दूर होंगे तो मर जाएँगे

अगर दूर होंगे तो मर जाएँगे (अगर दूर होंगे तो मर जाएँगे)
प्यार मे तेरे हाल हमारा ऐसा है (प्यार मे तेरे हाल हमारा ऐसा है)
क्या तारीफ करू तेरी तू कैसा है (क्या तारीफ करू तेरी तू कैसा है)

जैसा मेरे ख्वाब मे था वैसा है
जैसा मुझे चाहिए था वैसा है

क्या तारीफ करू इसकी ये कैसी है
क्या तारीफ करू इसकी ये कैसी है

जैसी मुझे चाहिए थी वैसी है
जैसा मुझे चाहिए था वैसा है

Written by:
RAVINDRA JAIN

Publisher:
Lyrics © Royalty Network

Lyrics powered by Lyric Find

Suresh Wadkar and Anuradha Paudwal

View Profile