Usha Mangeshkar, Mahendra Kapoor and Dilraj Kaur - Haseen Hum Jawan Tum
हसीन हम जवान तुम है रात कितनी जवा
हसीन हम जवान तुम है रात कितनी जवा
आँखे मिला बाहों मे आ जीने का ये मज़ा नया
हसीन हम जवान तुम है रात कितनी जवा
हसीन हम जवान तुम है रात कितनी जवा
जी रहे है हम अगर मर चुकी है ज़िंदगी
जिधर नज़र मुड़े उधर है भूख प्यास बेबसी
कोई जिए कोई मरे हमको किसी की क्या पड़े
ये रात ना प्यासे भले आएगी फिर ना ये घड़ी
आँखो से पी होठों से पी छाने दे कोई नशा नया
हसीन हम जवान तुम है रात कितनी जवा
हसीन हम जवान तुम है रात कितनी जवा
कौन है जो कर दे यू तबाह घर ग़रीब का
ये आदमी का ज़ुल्म है के फ़ैसला नसीब का
कोई लूटे कोई मिटे जल जाए चाहे दो जहा
मिलना है तो हम यू मिले कुछ भी रहे ना दरमिया
आ दर्द के साए मे आ ये प्यास दिल की भुजा ज़रा
हसीन हम जवान तुम है रात कितनी जवा
हसीन हम जवान तुम है रात कितनी जवा
आँखे मिला बहो मे आ जीने का ये मज़ा नया
हसीन हम जवान तुम है रात कितनी जवा
हसीन हम जवान तुम है रात कितनी जवा
Written by:
ANJAAN, RAAM LAXMAN
Publisher:
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