Sadhana Sargam and Kumar Sanu - Mahendi Laga Ne Ki Raat

मेहंदी लगाने की रात आ गयी
मेहंदी लगाने की रात

मेहंदी लगाने की रात आ गयी
मेहंदी लगाने की रात

मिलने मिलाने की रात आ गयी
मिलने मिलाने की रात

मेहंदी लगाने की रात आ गयी
मेहंदी लगाने की रात

सबको बताने की रात आ गयी
सबको बताने की रात

हो मेहंदी लगाने की रात आ गयी
मेहंदी लगाने की रात

खुशबु लुटाने गुलो की लड़ी की

गुलो की लड़ी की गुलो की लड़ी की

कबसे थी चाहत हमें इस घडी की

हमें इस घडी की हमें इस घडी की

खनकाओ कंगना के चूड़ी बजाओ
पायल पहनके में ठुमका लगाओ
जी करता हैं नाचू मैं झूम के
गाने बजाने की रात आ गयी
गाने बजाने की रात

खुशिया मनाने की रात आ गयी
खुशिया मनाने की रात (आ गयी आ गयी आ गयी आ गयी)
मेहंदी लगाने की रात आ गयी
मेहंदी लगाने की रात

आंखे शर्म से झुकी जा रही है

झुकी जा रही है झुकी जा रही है

क्या राज़ दिल में बतला रही है

बतला रही है बतला रही है

हाय रब ऐसी जोड़ी पे में वारी जाऊ
इनके लिए में तो सब कुछ लुटाऊ
ये सुन्दर सा मुखड़ा चुमके
कस्मे निभाने की रात आ गयी
कस्मे निभाने की रात

अरे सपने सजाने की रात आ गयी
सपने सजाने की रात

घुँघटा उठाने की रात आ गयी
घुँघटा उठाने की रात

खुशिया मनाने की रात आ गयी
खुशिया मनाने की रात

ओ ओ मेहंदी लगाने की रात आ गयी
मेहंदी लगाने की रात

मेहंदी लगाने की रात आ गयी
मेहंदी लगाने की रात (आ गयी आ गयी आ गयी आ गयी)

मेहंदी लगाने की रात आ गयी
मेहंदी लगाने की रात

मेहंदी लगाने की रात आ गयी
मेहंदी लगाने की रात
मेहंदी लगाने की रात आ गयी
मेहंदी लगाने की रात
मेहंदी लगाने की रात आ गयी
मेहंदी लगाने की रात

Written by:
SAMEER, NADEEM SAIFI, SHRAVAN RATHOD

Publisher:
Lyrics © Royalty Network

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Sadhana Sargam and Kumar Sanu

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