Jashan Dhillon and Jas Kang - Afreen Afreen

ऐसा देखा नहीं खूबसूरत कोई
जिस्म जैसे अजंता की मूरत कोई
जिस्म जैसे निगाहों पे जादू कोई
जिस्म नगमा कोई, जिस्म खुशबू कोई
जिस्म जैसे महकती हुई चांदनी
जिस्म जैसे मचलती हुई रागिनी
जिस्म जैसे के खिलता हुआ इक चमन
जिस्म जैसे के सूरज की पहली किरण
जिस्म तरशा हुआ दिलकशो दिलनशीं
संदली संदली, मरमरी मरमरी
हुस्ने जाना की तारीफ़ मुमकिन नहीं
हुस्ने जाना की तारीफ़ मुमकिन नहीं
आफरीं आफरीं
आफरीं आफरीं
तू भी देखे अगर, तो कहे हमनशीं

आफरीं आफरीं (पा धा सा गा मा रे गा सा मा गा रे)
आफरीं आफरीं (पा धा सा गा मा रे गा सा मा गा रे)
पा धा सा गा मा रे गा सा मा गा रे
पा धा सा गा मा रे गा सा मा गा रे

Written by:
NUSRAT FATEH ALI KHAN, JAVED AKHTAR, TRADITIONAL

Publisher:
Lyrics © Royalty Network, Sony/ATV Music Publishing LLC

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Jashan Dhillon and Jas Kang

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