Lata Mangeshkar and Asha Bhosle - Pad Gaye Jhoole

पड़ गए झूले सावन रुत आई रे (पड़ गए झूले सावन रुत आई रे)
पड़ गए झूले (पड़ गए झूले)
पड़ गए झूले सावन रुत आई रे (पड़ गए झूले सावन रुत आई रे)
पड़ गए झूले (पड़ गए झूले)
सीने में हूक उठे अल्लाह दुहायी रे (सीने में हूक उठे अल्लाह दुहायी रे)

पड़ गए झूले सावन रुत आई रे
पड़ गए झूले

चंचल झोंके मुंह को चूमे बुँदे तन से खेले
बुँदे तन से खेले
पेंग बढे तोह झुकते बादल पाँव का चुम्बन ले ले
पाँव का चुम्बन ले ले

पेंग बढे तोह झुकते बादल (पेंग बढे तोह झुकते बादल)
पाँव का चुम्बन ले ले हाय (पाँव का चुम्बन ले ले हाय)
हमको न भाये सखि ऐसी ढिटाई रे (हमको न भाये सखि ऐसी ढिटाई रे )
पड़ गए झूले सावन रुत आई रे (पड़ गए झूले सावन रुत आई रे)
पड़ गए झूले (पड़ गए झूले)

बरखा की वो जोर जवानी क्या क्या आफत ढाये
क्या क्या आफत ढाये
दिल की धड़कन जिस्म की रंगत
आँचल से छन जाए
आँचल से छन जाए

दिल की धड़कन जिस्म की रंगत (दिल की धड़कन जिस्म की रंगत)
आँचल से छन जाए हाय (आँचल से छन जाए हाय)

आँखों के आगे लुटे अपनी कमाई रे

पड़ गए झूले सावन रुत आई रे (पड़ गए झूले सावन रुत आई रे)
पड़ गए झूले (पड़ गए झूले)

गीतों का यह अलहड़ मौसम झूलों का यह मेला
झूलों का यह मेला
ऐसी रुत में हमें झुलाने आये कोई अलबेले
आये कोई अलबेले

ऐसी रुत में हमें झुलाने आये कोई अलबेले

हाय थामे तोह छोड़े नहीं नाजुक कलाई रे

पड़ गए झूले सावन रुत आई रे (पड़ गए झूले सावन रुत आई रे)
पड़ गए झूले (पड़ गए झूले)
सीने में हूक उठे अल्लाह दुहायी रे (सीने में हूक उठे अल्लाह दुहायी रे)
पड़ गए झूले सावन रुत आई रे (पड़ गए झूले सावन रुत आई रे)
पड़ गए झूले (पड़ गए झूले)

Written by:
Roshan, Sahir Ludhianvi

Publisher:
Lyrics © Royalty Network

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Lata Mangeshkar and Asha Bhosle

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