Asha Bhosle and Manna Dey - Kali Anar Ki Na Itna Satao

ओ कली अनार की न इतना सताओ
प्यार करने की कोई रीत बताओ

ओ गुल्चे गुलाब के न बतियाँ बनाओ
पहले किसी को दिल में बिठाओ

ओ कली अनार की न इतना सताओ
प्यार करने की कोई रीत बताओ

ओ युल्चे गुलाब के न बतियाँ बनाओ
पहले किसी को दिल में बिठाओ

आँखिया गुलावी रंगीं शवाब
हमको पिलाए प्यार की शराब

पढ़ लो हमारे दिल की किताब
इसमें लिखा है प्यार का जवाब
हो भरी बहार में शोर न मचाओ
प्यार का उसूल है घर में बुलाओ

ओ कली अनार की न इतना सताओ
प्यार करने की कोई रीत बताओ

कर लो कभी तो हँस के दो बातें
काटे कटें न बिरहा की ये रातें

आओगे जिस दिन ले के बारात
दे देंगे हाथो में ये हाथ

हो किसी के प्यार को प्यार से सजाओ
जीवन भर का साथ निभाओ

ओ कली अनार की न इतना सताओ
प्यार करने की कोई रीत बताओ

ओ गुच्चे गुलाब के न बतियाँ बनाओ
पहले किसी को दिल में बिठाओ

ओ कली अनार की न इतना सताओ
प्यार करने की कोई रीत बताओ

Written by:
Hasrat Jaipuri, Shankar-Jaikishan

Publisher:
Lyrics © Royalty Network

Lyrics powered by Lyric Find