Jaspinder Narula - Gangaji Ki Aarti



ॐ जय गंगे माता श्री जय गंगे माता
जो नर तुमको ध्याता
जो नर तुमको ध्याता मन वांछीत फल पाता
ॐ जय गंगे माता

ॐ जय गंगे माता श्री जय गंगे माता
जो नर तुमको ध्याता
जो नर तुमको ध्याता मन वांछीत फल पाता
ॐ जय गंगे माता

चन्द्र सी ज्योत तुम्हारी जल निर्मल आता

मैया जल निर्मल आता

शरण पड़े जो तेरी

शरण पड़े जो तेरी

सो नर तर जाता

ॐ जय गंगे माता(ॐ जय गंगे माता)

पुत्र सगर के तारे सब जग के ज्ञाता

मैया सब जग के ज्ञाता

कृपा दृष्टि तुम्हारी

कृपा दृष्टि तुम्हारी

त्रिभुवन सुखदाता

ॐ जय गंगे माता(ॐ जय गंगे माता)

एक ही बार जो तेरी शरणा गती आता

मैया शरणा तेरी आता

यम की त्रास मिटाकर
यम की त्रास मिटाकर परम गति पाता

ॐ जय गंगे माता(ॐ जय गंगे माता)

आरती माता तूम्हारी जो जन नित्त जाता

मैया जो जन नित्त जाता

वोही दास सहज में

वोही दास सहज में

मुक्ति को पाता

ॐ जय गंगे माता

ॐ जय गंगे माता मैया जय गंगे माता
जो नर तुमको ध्याता
जो नर तुमको ध्याता मन वांछीत फल पाता
ॐ जय गंगे माता

ॐ जय गंगे माता श्री जय गंगे माता (आ आ आ आ)
जो नर तुमको ध्याता (आ आ आ आ)
जो नर तुमको ध्याता मन वांछीत फल पाता (आ आ आ आ)
ॐ जय गंगे माता (आ आ आ आ)

Written by:
Traditional

Publisher:
Lyrics © Phonographic Digital Limited (PDL)

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Jaspinder Narula

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