Aditya Narayan, Kavita Krishnamurthy and Udit Narayan - Picnic Mein Ho Gaya
Sir भी रूठे रूठे है teacher भी रूठी रूठी है
Picnic मे नही कोई शोर हम तो हो गये bore
Sir भी रूठे रूठे है teacher भी रूठी रूठी है
Sir भी रूठे रूठे है teacher भी रूठी रूठी है
Picnic मे नही कोई शोर हम तो हो गये bore
Picnic मे नही कोई शोर हम तो हो गये bore
आपने सिखाया हमे हंसा करो हरदम हरदम
खुश रहो प्यार करो गुस्सा करो कम कम
आपने सिखाया हमे हंसा करो हरदम हरदम
खुश रहो प्यार करो गुस्सा करो कम कम
खुद फिर तो हँसो ना गुस्सा कम करो ना
खुद फिर तो हँसो ना गुस्सा कम करो ना
हम जो रुत गये तो नही चलेगा कोई ज़ोर
Picnic मे नही कोई शोर हम तो हो गये bore
Picnic मे नही कोई शोर हम तो हो गये bore
Sir भी रूठे रूठे है teacher भी रूठी रूठी है
Sir भी रूठे रूठे है teacher भी रूठी रूठी है
Picnic मे नही कोई शोर हम तो हो गये bore
Picnic मे नही कोई शोर हम तो हो गये bore
मई नही रूठी तुमसे बच्चो किसी ने मुझे सताया
किसने वही जो साथ हमारे पिकनिक मे आया
सिर आदर से जैसे भी उपर से सच्चे लगते है
गुस्से मे टीचर तुम्हारी और भी अच्च्ची लगती है
झांझरिया उसकी खनक गई, चुनरी भी सर से सरक गयी
मेरी नज़र उससे मिली तो उसकी नज़र शर्मा के झुक गयी
झांझरिया
कितबे बहुत सी पढ़ी होगी तुमने
मगर कोई चेहरा भी तुमने पढ़ा है
पढ़ा है मेरी जान नज़र से पढ़ा है
बता मेरे चेहरे पे क्या क्या लिखा है
How sweet, once more
Picnic मे नही कोई शोर हम तो हो गये bore
Picnic मे नही कोई शोर हम तो हो गये bore
Picnic मे नही कोई शोर हम तो हो गये bore
Picnic मे नही कोई शोर हम तो हो गये bore
Written by:
ANAND RAJ ANAND
Publisher:
Lyrics © Phonographic Digital Limited (PDL), Royalty Network, Shemaroo Entertainment Limited
Lyrics powered by Lyric Find