Yasser Desai and Asees Kaur - Dhadkanein Meri

ये जो मुझपे हुआ है तेरा ही करम
बन गया तू मेरी चाहतों का हरम

ये जो मुझपे हुआ है तेरा ही करम
बन गया तू मेरी चाहतों का हरम
धड़कनें मेरी बस में रही ना सनम
धड़कनें मेरी बस में रही ना सनम

रख लेना मेरी ख्वाहिशों का भरम
तुझको पाने को मचले ये दिल हरदम
धड़कनें मेरी बस में रही ना सनम

धड़कनें मेरी बस में रही ना सनम
धड़कनें मेरी बस में रही ना सनम

धड़कनें मेरी बस में रही ना सनम
धड़कनें मेरी बस में रही ना सनम

आ आ आ आ

मेरी आँखों को ख्वाबों से भर दे ज़रा
अपने लम्हे मेरे नाम कर दे ज़रा

मेरी आँखों को ख्वाबों से भर दे ज़रा
अपने लम्हे मेरे नाम कर दे ज़रा

ठहरे ठहरे से हैं रास्ते इन्न दिनों
बेसफर हूँ मुझे भी सफ़र दे ज़रा

बेसफर हूँ मुझे भी सफ़र दे ज़रा

बिन तेरे होती है मेरी पलकें ये नम
मेरी बेचैनियाँ आके कर दे तू कम

धड़कनें मेरी बस में रही ना सनम
धड़कनें मेरी बस में रही ना सनम

धड़कनें मेरी बस में रही ना सनम
धड़कनें मेरी बस में रही ना सनम
धड़कनें मेरी बस में रही ना सनम

ज़िंदगी को बहुत है ज़रूरत तेरी
पड़ गयी है इसे अब तो आदत तेरी

ज़िंदगी को बहुत है ज़रूरत तेरी
पड़ गयी है इसे अब तो आदत तेरी

मेरे एहसास पे कर ज़रा बारिशें
मुझको रहती है हर पल शिद्दत तेरी

मुझको रहती है हर पल शिद्दत तेरी

मेरा तेरे लिए ही हुआ है जनम
अब तेरी तरफ ही उठेंगे कदम

धड़कनें मेरी बस में रही ना सनम
धड़कनें मेरी बस में रही ना सनम

धड़कनें मेरी बस में रही ना सनम
धड़कनें मेरी बस में रही ना सनम
धड़कनें मेरी बस में रही ना सनम
आ आ आ आ

Written by:
Anjaan Sagri, Noohi Khan

Publisher:
Lyrics © Raleigh Music Publishing LLC

Lyrics powered by Lyric Find

Yasser Desai and Asees Kaur

View Profile