Spark'n the Band - Ek Sham

एक शाम थी
तेरे करीब
रंग थे कई
नजरे वही
कितनी गेहरीं
यादे तेरी
कितनी गेहरीं
यादे तेरी
बाहों मैं तेरी
राते हैं ठेहरी
मेरी यादों मैं
तू हैं कहीं
तेरे बगैर
लम्हे कई
सांसें नही
बातें रही
कितनी गेहरीं
यादे तेरी
कितनी गेहरीं
यादे तेरी
तुझसे मिलके
रंग सा खिला हूँ
बरसो बाद
खुदसे मिला हूँ

Written by:
Akshay Madankar, Rohit Waware, Shivam Gurnule

Publisher:
Lyrics © O/B/O DistroKid

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