Daboo Malik and Palak Muchhal - Tum Yun Hi Kabhi
तुम यूँ ही कभी मिलने हमे चले आओ
तुम यूँ ही कभी मिलने हमे चले आओ
के तेरे बिन कुछ भी नहीं
कुछ भी नहीं मैं जान जाओ
तुम यूँ ही कभी मिलने हमे चले आओ
हो तुम यूँ ही कभी मिलने हमे चले आओ
काफ़िराना था दिल मेरा हमदम
मेरी वो गुस्ताखियों को माफ़ करना सनम
काफ़िराना था दिल मेरा हमदम
मेरी वो गुस्ताखियों को माफ़ करना सनम
वो तेरे संग गुजरे थे जो
फिर से वही दिन रात लाओ
हो तुम यूँ ही कभी मिलने हमे चले आओ
हम जुदा क्यों हुए
तुम खफा क्यों हुए
दो कदम तुम साथ चलके
दूर क्यों हो गए
हम जुदा क्यों हुए
तुम खफा क्यों हुए
दो कदम तुम साथ चलके
दूर क्यों हो गए
ए हमसफ़र
टूटे हुए दिल को मेरे थाम जाओ
हो तुम यूँ ही कभी मिलने हमे चले आओ
की तेरे बिन कुछ भी नहीं
कुछ भी नहीं मैं जान जाओ
तुम यूँ ही कभी मिलने हमे चले आओ
तुम यूँ ही कभी मिलने हमे चले आओ
Written by:
Palak Muchhal
Publisher:
Lyrics © Phonographic Digital Limited (PDL), DISTROMACHINE PUBLISHING
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