Shaarib Toshi, ToshI and Raja Hasan - Sharabi

Bartender से मैं ये कहता हूँ
रात भर मैं नशे में रहता हूँ
मेरा order repeat कर-कर के
पिलाता जा ना neat भर-भर के
तुझको जाना है तो घर पे जा तू
काम मेरा ये एक कर के जा तू
रे मुझको दे जा तू ठेके की चाबी रे चाबी
या तो मैं हूँ शराबी या है बोतल शराबी
चाहे जितना भी रोकूँ ये करे है खराबी
या तो मैं हूँ शराबी या है बोतल शराबी
चाहे जितना भी रोकूँ ये करे है खराबी

पीके मैंनूँ नफरत सी
हूँण चस्का पे गया पीने दा
जेणा लाके बुला नूँ छड़ दे वे
ओ काम है यार कमीने दा

दारू सारे पीते हैं
हम थोड़ी ज्यादा पीते हैं

ओ... पीने ते मैंनूँ नफरत सी
चस्का पे गया पीने दा
लाके बुला नूँ छड़ दे वे
काम है यार कमीने दा

ये सारी दुनियाँ धुटनी
दारू ना मुझसे छुटनी
मैं खाली बोतल तोडूँ
पीने से मुहँ ना मोडूँ

ये गली है मेरे यारा दी
लोका नूँ सोहणी लगदी ऐ
मैं पूरी बोतल पी जाना
मैंनूँ फिर भी थोड़ी लगदी ऐ

हो या तो मैं हूँ (शराबी)
या बोतल है (शराबी)
हो चाहे जितना भी रोकूँ
ये करे है खराबी

कभी आधा कभी पौआ
कभी बोतल भी पीते हे
अगर फोकट की मिल जाए
तो हम मटका भी पीते हे

कभी आधा कभी पौआ
कभी बोतल भी पीते हे
अगर फोकट की मिल जाए
तो हम मटका भी पीते हे
पकड़ क्र ले चले जब मुझको
ठाणे के पुलिस वाले

पीते हे पीते है

या तो मैं हूँ (शराबी)
या है बोतल (शराबी)
चाहे जितना भी रोकूँ ये करे है खराबी

हाँ मैं बेशक शराब पीता हूँ
चीज बिल्कुल खराब पीता हूँ
लोग दो-चार घूँट पीते हैं
मैं तो बस बे-हिसाब पीता हूँ

तुझको जाना है तो घर पे जा तू
काम मेरा ये एक करके जा तू
रे मुझको दे जा तू ठेके की चाबी रे चाबी
या तो मैं हूँ शराबी या है बोतल शराबी
चाहे जितना भी रोकूँ ये करे है खराबी
या तो मैं हूँ (शराबी)
या है बोतल (शराबी)
चाहे जितना भी रोकूँ ये करे है खराबी
या तो मैं हूँ (शराबी)
या है बोतल (शराबी)
चाहे जितना भी रोकूँ ये करे है खराबी

Written by:
Late Akram Sabri, Danish Sabri

Publisher:
Lyrics © Raleigh Music Publishing LLC

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Shaarib Toshi, ToshI and Raja Hasan

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