Anuradha Paudwal - Woh Shakhs Ban Gaya [Short]

वो शख्स बन गया हैं
मसीहा मेरे दिल का
वो शख्स बन गया हैं
मसीहा मेरे दिल का
जो चुरा के ले गया हैं
जो चुरा के ले गया हैं
मेरा करार मुझ से
वो शख्स बन गया हैं
मसीहा मेरे दिल का

राहो पे बिछी हैं
इंडो सी भारी पलकें
राहो पे बिछी हैं
इंडो सी भारी पलकें
आ भी जाए
आभी जाए कभी वो
दो कदम तो छलके
नही होता एक पल भी
नही होता एक पल भी
अब इंतज़ार मुझ से
जो चुराके ले गया हैं
जो चुराके ले गया हैं
मेरा करार मुझसे
वो शख्स बन गया हैं
मसीहा मेरे दिल का
आख़िर क्यूँ हैं डाली
ये बालाए मेरे सिर पे
आख़िर क्यूँ हैं डाली
ये बालाए मेरे सिर पे
छुप गया
वो छुप गया कहाँ हैं
बिजली गिरा के घर पे
क्यूँ ज़िंदगी के उसने
क्यूँ ज़िंदगी के उसने
च्चीनी बहार मुझसे
जो चुराके ले गया हैं
जो चुराके ले गया हैं
मेरा करार मुझसे
वो शख्स बन गया हैं
मसीहा मेरे दिल का

Written by:
PRAKASH RAHULE AADAM, S. CHATURSEN

Publisher:
Lyrics © Phonographic Digital Limited (PDL), Royalty Network

Lyrics powered by Lyric Find

Anuradha Paudwal

Anuradha Paudwal

View Profile