Abhijeet Bhattacharya - Peena Hai
अरे फिर से पी लिए हो क्या
हम्म पीना है पिलाना हैं
घमो को भुलाना है
पीना है पिलाना है
मांझी रे, मांझी रे घुंट घुंट पाइक
बैय्या पर लगा ले अपने नैय्या
मांझी रे, मांझी रे
पीना है पिलाना है
गमन को भुलाना है
हो हो ह ओ
चार दिन का मेला है
ये प्यार करले है ले गा ले
अर्थ उठा ही लेंगे, उठे हुए वाले
हा जीवन भला क्या
देंगे जीवन चुराने वाले
आग बुझाएंगे क्या रख बने वाले
कल हो ना हो पीना है पिलाना है
गमन को भुलाना है
बड़ी कीमती हैं
हसीन बंदे इसे खोना नहीं
जिसने जो भी गम हैं दिए
याद करके रोना नहीं
कहने वाले कहते रहे
सुन ने वाले सुनते रहे
आनेवाले आते रहे जानेवाले जते रहे
आंसु ना बहा पीना है पिलाना है
गमन को भुलाना है
मांझी रे, मांझी रे पीना है पिलाना है
गमओ को भुलाना है
Written by:
ABHIJEET, MAYA GOVIND
Publisher:
Lyrics © Royalty Network
Lyrics powered by Lyric Find