Alka Yagnik and Hariharan - Meri Yaadon Mein Ab Tak

जब हाथ से सीशे च्छुटे थे
जब दिल के रिश्ते टूटे थे
जब टूटी थी अफ़साने की कड़ी
मेरी यादों में
अब तक हैं वो घड़ी

कुछ मैने कहाँ
कुछ तुमने कहाँ
फिर आवाज़ो में ज़हेर घुला
जब कड़वी हुई तब बात बढ़ी
मेरी यादों में
अब तक हैं वो घड़ी

फिर मैने तुम्हें हरज़ाई कहाँ
बेवफा कहाँ मनगरूर कहाँ
फिर मैने तुम्हें बेरहें कहाँ
जज़्बात से तुमको डोर कहाँ
दोनो ने कहाएँ इल्ज़ाम नये
इक दूसरे को दे नाम नये
दीवार जो बीच में आनी थी
उसकी ऐसे बुनियाद पड़ी
मेरी यादों में
अब तक हैं वो घड़ी

फिर तुमने कहाँ अब जो भी हो
मुझे तुमसे मिलना ही नही

फिर तुमने कहाँ तुम भी सुनलो
मुझे इसकी कोई परवाह ही नही

हर रसम को हुँने छ्चोड़ दिया
जो एहेड किया था तोडिया

जो दिल फूलो से नाझुक थे
उनमें जैसीए कोई तेल कड़ी

मेरी यादों में
अब तक हैं वो घड़ी

तुम भी तन्हा मैं भी तन्हा
दिन बीट गये युग बीट गये

हम हारे शिकवे जीत गये
हम हारे शिकवे जीत गये

जिस प्यार के घाम में जींदा है
कब तक उससे इनकार करें

आओ फिर से इकरार करें
आओ फिर से इकरार करें

हम ऐसे गले लगकर रोए
जो दाग हैं दिल में धूल जाए
और प्यार की नागरी ये देखे
हम दोनो लौट के हैं आए

Written by:
JAVED AKHTAR, RAJU SINGH

Publisher:
Lyrics © Sony/ATV Music Publishing LLC

Lyrics powered by Lyric Find

Alka Yagnik and Hariharan

View Profile
Rediscovered Gems: Hariharan Rediscovered Gems: Hariharan