Anu Malik and Sunidhi Chauhan - Saath
मेरी नज़र में तू है, जहां जिगर में तू है
खाबो के घर में तू है
दिल सोचे, दिल चाहे, दिल मांगे साथो
दिल चाहे साथ, दिल मांगे साथो
तेरा साथ, साथ तेरा साथ
शामो सेहर में तू है, आतो पहर में तू है
दिल में जिगर में तू है
दिल सोचे, दिल चाहे, दिल मांगे साथो
दिल चाहे साथ, दिल मांगे साथो
तेरा साथ, साथ तेरा साथ
यादों के डेरे में, मन के बसरे में
बाहों के घर में आ भी जा ना
बेचन आहो में, मेरी पानाहो में
चाहत की रहो में आ भी जाना, मुझे सातती है
पागल बनाती है, धड़कन बुलाती है आ भी जा ना
दिल में, सफर में तू है, रहे गुजर में तू है
दिल सोचे, दिल चाहे, दिल मांगे साथ
दिल चाहे साथ, दिल मांगे साथ
तेरा साथ, साथ तेरा साथ
आलम दीवाना है, पल भी सुहाना है
मौसम मस्ताना है यू तड़पा ना
सिने में तूफ़ान है, महकी तमन्ना है
तेरा ही अरमान है यू तड़पा ना
प्यासी दुहाई है, मस्ती सी चाई है
मुश्किल जुदाई है यू तड़पा ना
मेरी नज़र में तू है, जाना असर में तू है
दिल में जिगर में तू है
दिल सोचे, दिल चाहे, दिल मांगे साथ
दिल चाहे साथ, दिल मांगे साथ
दिल चाहे साथ, दिल मांगे साथ
साथ तेरा साथ, साथ तेरा साथ
साथ तेरा साथ, साथ तेरा साथ
साथ तेरा साथ, साथ तेरा साथ
Written by:
SAMEER, ANU MALIK
Publisher:
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