Ghulam Ali - Hungama Hai Kyun

हुंगमा है क्यूँ बरपा
हुंगमा है क्यूँ बरपा
हुंगमा है क्यूँ बरपा
हुंगमा है क्यूँ बरपा
हुंगमा है क्यूँ बरपा थोड़ी सी जो पी ली है
डाका तो नही डाला चोरी तो नही की है
हुंगमा है क्यूँ बरपा थोड़ी सी जो पी ली है
हुंगमा है क्यूँ बरपा थोड़ी सी जो पी ली है
डाका तो नही डाला चोरी तो नही की है
हुंगमा है क्यूँ बरपा थोड़ी सी जो पी ली है
थोड़ी सी जो पी ली है
थोड़ी सी जो पी ली है

उस मई से नही मतलब दिल जिसे हो बेगाना
उस मई से नही मतलब दिल जिसे हो बेगाना
मक़सूद है उस मे से
मक़सूद है उस मे से दिल ही में जो खिचाती है
हुंगमा है क्यूँ बरपा थोड़ी सी जो पी ली है
डाका तो नही डाला चोरी तो नही की है
हुंगमा है क्यूँ बरपा थोड़ी सी जो पी ली है

सूरज में लगे ढाबा फितरत के करिश्मे है
सूरज में लगे ढाबा फितरत के करिश्मे है
सूरज में लगे ढाबा फितरत के करिश्मे है
बुत हमको कहे खाफ़िर अल्लाह की मर्ज़ी है
हुंगमा है क्यूँ बरपा थोड़ी सी जो पी ली है
डाका तो नही डाला चोरी तो नही की है
हुंगमा है क्यूँ बरपा थोड़ी सी जो पी ली है

ना तजुर्बा कारी से वाइज़ की ये बाते है
ना तजुर्बा कारी से वाइज़ की ये बाते है
इस राग को क्या जाने
इस राग को क्या जाने पुच्च्ो जो कभी पी है
हुंगमा है क्यूँ बरपा थोड़ी सी जो पी ली है
डाका तो नही डाला चोरी तो नही की है
हुंगमा है क्यूँ बरपा थोड़ी सी जो पी ली है

जरा चमकता हे अलवारे इलाही से
जरा चमकता हे अलवारे इलाही से
जरा चमकता हे अलवारे इलाही से
हर सांस ये कहती हे
हर सांस ये कहती हे
हम हे तो खुदा भी हे
हुंगमा है क्यूँ बरपा थोड़ी सी जो पी ली है
डाका तो नही डाला चोरी तो नही की है
हुंगमा है क्यूँ बरपा थोड़ी सी जो पी ली है

Written by:
Ghulam Ali

Publisher:
Lyrics © Sony/ATV Music Publishing LLC

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