Ash King, Sukhwinder Singh, Javed Ali, Shaan, Kunal Ganjawala and Suraj Jagan - Deewaren
एक कमरे में
लाल बंद है
एक कमरे में पीला
इकक कमरे में
हरा फँसा है
इकक कमरे में नीला
एक कमरे में
रुका गुलाबी
बैंगनी के इंतेज़ार में
दीवारें शायद
बड़ी हो रही
रंगों के व्यवहार में
कैसे खेलें हम होली
कैसे रंग दे तुझे प्यार से
जब तक खुद हम ना जोड़ें
जो टूट रहा
दीवार से
तो आओ
गीत गायो
अपने बायें हाथ को
दायें से मिलायो
तो आओ
हाथ बाधाओ
दिलों के ताले खोल दो
ये दीवारें गिराव
ऊऊ ऊओ
किसने ये नियम बनाए
किसने है हुमको सिखाया
किसने हुमको आदि काल से
फराक का फराक पढ़ाया
किसने है हुमको बाँटा
किसने फ़ायदा दिखाया
किसने हुमको खुद चल कर
अपनी फाँसी पर लटकाया
अपने ही हाथ काट रहे
किसी और की मंज़ूरी पे
रंग ये जो धांगे सिमट गये
टूटेंगे हम कंज़ूरी से
तो आओ
गीत गायो
अपने बायें हाथ को
दायें से मिलायो
तो आओ
हाथ बाधाओ
दिलों के ताले खोल दो
ये दीवारें गिराव
दीवारें गिराव
दीवारें गिराव
दीवारें गिराव
दीवारें गिराव
दीवारें गिराव
दीवारें गिराव
दीवारें गिराव
चलो मोड्ड दें चोर राहों को
नफ़रातों को दें शिकस्त
मीतदें झूठी दूरियाँ
रंगों को करें स्वतंतरा
खुल के जियें सब साथ में
घर अपना खुद सावारें
आहें को अपने छोड़ कर
साथ बैठें कुछ वक़्त गुज़ारें
कुछ वक़्त गुज़ारें
जो ये सारे रंग अब मिल जायेंगे
खुशी के गीत बन जायेंगे
कुद्रट ने था जैसा बनाया
वही श्वेत फिर बॅन पायेंगे
फिर खेलेंगे खुल के होली
रंग देंगे तुझको प्यार में
जाने कीयू अब तक रूखे रहे
एक दुझे के इंतज़ार में
तो आ
गीत गायो
अपने बायें हाथ को
दायें से मिलायो
तो आओ
हाथ बाधाओ
दिलों के ताले खोल दो
ये दीवारें गिराव
दीवारें गिराव
अपने बायें हाथ को
दायें से मिलायो
तो आओ
हाथ बाधाओ
दिलों के ताले खोल दो
ये दीवारें गिराव
दीवारें गिराव
दीवारें गिराव
Written by:
Vinay Jaiswal
Publisher:
Lyrics © Phonographic Digital Limited (PDL)
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