Pankaj Udhas and Sadhana Sargam - Kabhi Aansoo Kabhi Khushboo
खाबी आँसू कभी खुश्बू
कभी नगमा बनकर
खाबी आँसू कभी खुश्बू
कभी नगमा बनकर
हम से हर शाम मिली
है तेरा चेहरा बनकर
खाबी आँसू कभी खुश्बू
कभी नगमा बनकर
हम से हर शाम मिली
है तेरा चेहरा बनकर
खाबी आँसू कभी खुश्बू
कभी नगमा बनकर
मेरी जाएगी हुई रातों को
उसी की हे तलाश
मेरी जाएगी हुई रातों को
उसी की हे तलाश
सो रहा हे मेरी आँखों में
जो सपना बनकर
सो रहा हे मेरी आँखों में
जो सपना बनकर
हम से हर शाम मिली
है तेरा चेहरा बनकर
खाबी आँसू कभी खुश्बू
कभी नगमा बनकर
रात भी आये तो बुझती नहीं
चेहरे की चमक
रात भी आये तो बुझती नहीं
चेहरे की चमक
रूह में फ़ैल गया हे वो उजाला बनकर
रूह में फ़ैल गया हे वो उजाला बनकर
हम से हर शाम मिली
है तेरा चेहरा बनकर
खाबी आँसू कभी खुश्बू
कभी नगमा बनकर
धुप में खो गया वो हाथ छुड़ा क्र रशीद
धुप में खो गया वो हाथ छुड़ा क्र रशीद
घर से जो चला था मेरा साया बनकर
घर से जो चला था मेरा साया बनकर
हम से हर शाम मिली
है तेरा चेहरा बनकर
खाबी आँसू कभी खुश्बू
कभी नगमा बनकर
खाबी आँसू कभी खुश्बू
कभी नगमा बनकर
Written by:
Mumtaz Rashid, Ali Ghani
Publisher:
Lyrics © Sony/ATV Music Publishing LLC
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