D.S. Ruben - Kya Jaane Saaki Ne
क्या जाने मेरे साकी ने
क्या भरके दिया जाम
क्या जाने मेरे साकी ने
क्या भरके दिया जाम
सीने में मेरे तीर के
मानिन्दे लगा जाम
क्या जाने मेरे साकी ने
क्या भरके दिया जाम
क्या जाने मेरे साकी ने
क्या भरके दिया जाम
मत पुच्हिए वो आड़ में
मदहोशी ळाबे बाल
मत पुच्हिए वो आड़ में
मदहोशी ळाबे बाल
जब सुबह की तनवीर से
आँखों में खुला जाम
जब सुबह की तनवीर से
आँखों में खुला जाम
सीने में मेरे तीर के
मानिन्दे लगा जाम
क्या जाने मेरे साकी ने
क्या भरके दिया जाम
क्या जाने मेरे साकी ने
क्या भरके दिया जाम
फिर देख मेरे पीने का
अंदाज़ ए साकी
फिर देख मेरे पीने का
अंदाज़ ए साकी
एक बार ज़रा हास के
तस्वूर में खिला जाम
एक बार ज़रा हास के
तस्वूर में खिला जाम
सीने में मेरे तीर के
मानिन्दे लगा जाम
क्या जाने मेरे साकी ने
क्या भरके दिया जाम
क्या जाने मेरे साकी ने
क्या भरके दिया जाम
शोला मेरी साकी से
बिगड़ जाती है अक्सर
शोला मेरी साकी से
बिगड़ जाती है अक्सर
पीलेटा हूँ मैं फिर भी
कभी ज़हरे भर जाम
पीलेटा हूँ मैं फिर भी
कभी ज़हरे भर जाम
सीने में मेरे तीर के
मानिन्दे लगा जाम
क्या जाने मेरे साकी ने
क्या भरके दिया जाम
क्या जाने मेरे साकी ने
क्या भरके दिया जाम
क्या जाने मेरे साकी ने
क्या भरके दिया जाम
Written by:
D.S. Ruben
Publisher:
Lyrics © Sony/ATV Music Publishing LLC
Lyrics powered by Lyric Find