मुस्तफ़ा ज़ाहिद - Tera Mera Rishta
तेरा यकीन क्यूँ
मैंने किया नहीं
तुझसे रहा क्यूँ जुदा
मुझपे ये ज़िन्दगी
करती रही सितम
तूने ही दी है पनाह
तेरा मेरा रिश्ता पुराना
तेरा मेरा रिश्ता पुराना
तेरा मेरा रिश्ता पुराना
है क्या तड़प
है ये कैसी सज़ा
तू क्यूँ मुझे
आज याद आ गया
बेचैन दिन मेरे
बेचैन रात है
क्या मैं करूँ
कुछ बता
है मेरे पाँव ही
ख़ुद मेरी बेड़ियाँ
मुझसे मुझे तू छुड़ा
तेरा मेरा रिश्ता पुराना
तेरा मेरा रिश्ता पुराना
तेरा मेरा रिश्ता पुराना
ये या ये ला ए आ आ आ
ये या ये ला ए आ आ आ
ओ ओ ओ ओ
जो मुझमें है
शख्स वो कह रहा
आ अब मैं दूँ
कर्ज़ तेरा चुका
आँखें हैं नम मेरी
साँसें चुभन मेरी
ज़ख़्म हुआ फिर हरा
दिल के वीराने में
मेरे फ़साने में
तू ही तो हर दम रहा
तेरा मेरा रिश्ता पुराना
तेरा मेरा रिश्ता पुराना
तेरा मेरा रिश्ता पुराना
तेरा मेरा रिश्ता पुराना
ओ ओ ओ आ आ आ
ओ तेरा मेरा आ आ आ पुराना
Written by:
Pritam (Composed By Mustafa Zahid), Sayeed Quadri
Publisher:
Lyrics © Royalty Network, Warner Music India Private Limited
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