Dr. Saket Mathur - Geet Gata Hoon Main

गीत गाता हूँ मैं
गीत गाता हूँ मैं
गुनगुनातू हूँ मैं
मैंने हँसाने का
वादा किया था कभी
इस लिए अब सदा
मुस्कुराता हूँ मैं
गीत गाता हूँ मैं
गुनगुनातू हूँ मैं
मैंने हँसाने का
वादा किया था कभी
इस लिए अब सदा
मुस्कुराता हूँ मैं
इस लिए अब सदा
मुस्कुराता हूँ मैं

ये मोहब्बत के पल
कितने अनमोल हैं
कितने फूलों से
नाजूक मेरे बोल हैं
ये मोहब्बत के पल
कितने अनमोल हैं
कितने फूलों से
नाजूक मेरे बोल हैं
सब को फूलों की माला
पहनता हूँ मैं
मुस्कुराता हूँ मैं
गीत गाता हूँ मैं
गुनगुनातू हूँ मैं
मैंने हँसाने का
वादा किया था कभी
इस लिए अब सदा
मुस्कुराता हूँ मैं
गीत गाता हूँ मैं
गुनगुनातू हूँ मैं
मैंने हँसाने का
वादा किया था कभी
इस लिए अब सदा
मुस्कुराता हूँ मैं
इस लिए अब सदा
मुस्कुराता हूँ मैं

रोशनी होगी इतनी
किसे थी खबर
मेरे मन का ये दर्पण
गया हैं निखार
रोशनी होगी इतनी
किसे थी खबर
मेरे मन का ये दर्पण
गया हैं निखार
साथ हैं अब ये
दर्पण दिखाता हूँ मैं
मुस्कुराता हूँ मैं
गीत गाता हूँ मैं
गुनगुनातू हूँ मैं
मैंने हँसाने का
वादा किया था कभी
इस लिए अब सदा
मुस्कुराता हूँ मैं
गीत गाता हूँ मैं
गुनगुनातू हूँ मैं
मैंने हँसाने का
वादा किया था कभी
इस लिए अब सदा
मुस्कुराता हूँ मैं
इस लिए अब सदा
मुस्कुराता हूँ मैं

Written by:
Shankar-Jaikishan, Dev Kohli

Publisher:
Lyrics © Royalty Network

Lyrics powered by Lyric Find

Dr. Saket Mathur

View Profile