Ahmed Hussain and मोहम्मद हुसैन - Mere Nazneen Tum Mujhe Bhool Jana

मेरी नज़नीं तुम मुझे भूल जाना
मेरी नज़नीं तुम मुझे भूल जाना
मुझे तुम से मिलने ना देगा ज़माना
मुझे तुम से मिलने ना देगा ज़माना
मेरी नज़नीं तुम मुझे भूल जाना

कभी हम मिले थे किसी एक शहेर में
कभी हम मिले थे फूलो की डगर में
कभी हम मिले थे किसी एक शहेर में
कभी हम मिले थे फूलो की डगर में
समजना के था ख्वाब कोई सुहाना
समजना के था ख्वाब कोई सुहाना
मेरी नज़नीं तुम मुझे भूल जाना

जुदाई के सदमो को हास हास के सहना
मेरे गीत सुनना तो खामोश रहना
जुदाई के सदमो को हास हास के सहना
मेरे गीत सुनना तो खामोश रहना
कभी इनको सुनके ना आँसू बहाना
कभी इनको सुनके ना आँसू बहाना
मेरी नज़नीं तुम मुझे भूल जाना

सुना है किसी की दुल्हन तुम बनोगी
किसी गैर की अंजुमन तुम बनोगी
सुना है किसी की दुल्हन तुम बनोगी
किसी गैर की अंजुमन तुम बनोगी
कभी राज़े उलफत ज़बान पर ना लाना
कभी राज़े उलफत ज़बान पर ना लाना
मेरी नज़नीं तुम मुझे भूल जाना
मुझे तुम से मिलने ना देगा ज़माना
मुझे तुम से मिलने ना देगा ज़माना
मेरी नज़नीं तुम मुझे भूल जाना

Written by:
AHMED HUSSAIN, JAIPURI HASRAT, MOHAMMAD HUSSAIN

Publisher:
Lyrics © Royalty Network

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Ahmed Hussain and मोहम्मद हुसैन

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