Mitali Singh - Shaayad Koi Bahana
शायद कोई बहाना
शायद कोई बहाना
बनाओगे आज भी
शायद कोई बहाना
बनाओगे आज भी
जुटी कसम सफाई
से खाओगे आज भी
शायद कोई बहाना
बनाओगे आज भी
जुटी कसम सफाई से
खाओगे आज भी
शायद कोई बहाना
तारीफ़ कर रहे हो
मेरी तुम जो इश्स कदर
तारीफ़ कर रहे हो
मेरी तुम जो इश्स कदर
तारीफ़ कर रहे हो
मेरी तुम जो इश्स कदर
लगता हैं लगता हैं
लगता हैं जल्दी छ्चोड़
के जाओगे आज भी
शायद कोई बहाना
बनाओगे आज भी
शायद कोई बहाना
क्यूँ मुश्कुरा रहे
हो कोई बात हैं ज़रूर
क्यूँ मुश्कुरा रहे
हो कोई बात हैं ज़रूर
क्यूँ मुश्कुरा रहे
हो कोई बात हैं ज़रूर
शायद शायद
शायद नयी अड्डा से
सटाओगे आज भी
शायद कोई बहाना
बनाओगे आज भी
शायद कोई बहाना
करते तो हैं यकीन
मगर जानते है हम
जानते है हम ऊ ऊ ऊ
करते तो हैं यकीन
मगर जानते है हम
करते तो हैं यकीन
मगर जानते है हम
आने का आने का
आने का करके वाडा
ना आओगे आज भी
शायद कोई बहाना
बनाओगे आज भी
जुटी कसम सफाई
से खाओगे आज भी
शायद कोई बहाना
बनाओगे आज भी
शायद कोई बहाना
बनाओगे आज भी
शायद कोई बहाना
Written by:
Bhupinder Singh Bath, Zaheer Anwar
Publisher:
Lyrics © Royalty Network
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