Kishore Kumar and R.D. Burman - Main Nikal Jaoonga
आई सुहानी है सुबह बनारस जरूर
है श्या-इ-अवध खूबसूरत हुज़ूर
मगर हर शुबह से हर एक श्याम से
हसी ये हवालात की रात है
ये चोरों की बारात की रात है
न खिरकी न झरोखा
मिलते ही मगर मौका
दे जाऊँगा मै धोखा
सब देखते रह जायेंगे
बनके हवा का झोखा
मैं निकल जाऊंगा
मैं निकल जाऊंगा
मैं निकल जाऊंगा
मैं निकल जाऊंगा
न खिरकी न झरोखा
मिलते ही मगर मौका
दे जाऊँगा मै धोखा
सब देखते रह जायेंगे
बनके हवा का झोखा
मैं निकल जाऊंगा
मैं निकल जाऊंगा
मैं निकल जाऊंगा
दिवार से ज्यादा मजबूत है इरादा
उस पार वो खड़ी है जिससे नज़र लड़ी है
वो इंतज़ार में है बेचैन प्यार में है
ये जान भी गवां के
मिलना है उससे जेक
ये गम न दिल सहेगा
हाय!ये गम न दिल सहेगा
बस होके ही रहेगा
ये मेल दो दिलों का
सब सोचते रह जाएंगे
बनके हवा का झोखा
मैं निकल जाऊंगा
मैं निकल जाऊंगा
मैं निकल जाऊंगा
मैं निकल जाऊंगा
रॉकी है नाम मेरा
सबको सलाम मेरा
सब मुझको जानते है
उस्ताद मानते है
बुज़दिल नहीं जो चुप के
कर दूँ मैं चुपके चुपके
सब होशियार रहना
फिर बाद में न कहना
देदी है मैंने धमकी
हा हा! देदी है मैंने धमकी
बिजली गगन में चमकी
कुत्ता गली में भौका
सब ढूँढ़ते रह जायेंगे
बनके हवा का झोखा
मैं निकल जाऊंगा
मैं निकल जाऊंगा
मैं निकल जाऊंगा
मैं निकल जाऊंगा
मै क्या हूँ मैं हूँ बादल
मै क्या हूँ मैं हूँ काजल
उड़ जाऊं बन के खुशबू
जल जउन बन के जादू
मै क्या हूँ मैं हूँ बादल
मै क्या हूँ मैं हूँ काजल
उड़ जाऊं बन के खुशबू
जल जउन बन के जादू
सौ बार अके देखा
सौ बार जाके देखा
क्या है यहाँ किधर है
हर चीज की खबर है
मेरे पुराण यारों
हाँ मेरे पुराण यारों
नादान पहरेदारों
क्यों तूने मुझको रोका
तुम रोकटे रह जाओगे
बनके हवा का झोखा
मैं निकल जाऊंगा
मैं निकल जाऊंगा
मैं निकल जाऊंगा
मैं निकल जाऊंगा
मैं निकल जाऊंगा
मैं निकल जाऊंगा
न खिरकी न झरोखा
मिलते ही मगर मौका
दे जाऊँगा मै धोखा
सब देखते रह जायेंगे
बनके हवा का झोखा
मैं निकल जाऊंगा
मैं निकल जाऊंगा
मैं निकल जाऊंगा
मैं निकल जाऊंगा
मैं निकल जाऊंगा
मैं निकल जाऊंगा
मैं निकल जाऊंगा (मैं निकल जाऊंगा)
Written by:
ANANDSHI BAKSHI, R D Burman
Publisher:
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